IJFANS International Journal of Food and Nutritional Sciences

ISSN PRINT 2319 1775 Online 2320-7876

प्रशिक्षु शिक्षकों की शाब्दिक बुद्धि का तुलनात्मक अध्ययन

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वीरेंद्र कुमार , डॉ. संतोष अरोरा

Abstract

व्यक्ति की सफलता मुख्य रूप से उसकी बुद्धि, क्षमता और कार्यशैली पर निर्भर करती है। किसी भी क्षेत्र में सफलता अर्जित करने में बुद्धि मुख्य भूमिका निर्वाह करती है। कार्यों और स्वरूप के आधार पर विभिन्न विद्वानों ने बुद्धि के कई प्रकार बताए हैं। हावर्ड गार्डनर द्वारा वर्ष 1983 ई. में अपनी पुस्तक फ्रेम्स ऑफ माइंड में बहु बुद्धि के सिद्धांत का प्रतिपादन किया था जिसमें उन्होंने बहुबुद्धि के सात प्रकार बताए थे, उन सात प्रकारों में शाब्दिक बुद्धि व्यक्ति के जीवन को सर्वाधिक प्रभावित करती है। प्रस्तुत शोध-पत्र में बी. एड. प्रशिक्षु शिक्षकों की शाब्दिक बुद्धि (Linguistic Intellegence) के स्तर का लिंगभेद, विषय वर्ग और संस्थान प्रबंधन के संदर्भ में तुलनात्मक अध्ययन किया गया। इस अध्ययन में सर्वेक्षण विधि का प्रयोग किया गया। प्रस्तुत शोध हेतु न्यादर्श के लिए स्तरीकृत यादृच्छिक न्यादर्शन विधि (Stratied Random Sampling Technique) का प्रयोग किया गया। न्यादर्श के रूप में बरेली शहर के बी. एड. प्रशिक्षण संस्थानों से 150 प्रशिक्षु शिक्षकों का चयन किया गया। प्रस्तुत शोध अध्ययन में 43.33% प्रशिक्षु शिक्षकों की शाब्दिक बुद्धि का स्तर औसत से कम पाया गया और 24% प्रशिक्षु शिक्षकों की बुद्धि औसत स्तर की पाई गई। महिला प्रशिक्षु शिक्षकों की शाब्दिक बुद्धि पुरुष प्रशिक्षु शिक्षकों की तुलना में बेहतर पाई गई और गैर सरकारी संस्थानों से प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले प्रशिक्षु शिक्षकों की शाब्दिक बुद्धि का स्तर सरकारी संस्थानों से प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले प्रशिक्षु शिक्षकों की तुलना में निम्न पाया गया।

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